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Tiles Exporter - Morbi
From ₹0 to Global Markets – A Chemical Exporter’s Real Journey Part 2
In this podcast, we meet Rahulbhai — the founder of EXAGO INDIA and EXELCEM DUBAI, a dreamer who has carried the passion to achieve something big since childhood.
Recap of Part 1
0:03
आज हम मिल रहे हैं राहुल भाई वरिया से जो एक्सागो इंडिया एंड एक्सेल केम दुबई के ओनर
0:09
आपका बचपन कैसा रहा? बचपन एक मिडिल क्लास फैमिली से स्टार्ट हुआ। किसी को एक्सपोर्ट करना है और स्पेशली अगर केमिकल
0:15
की बात करें। किसी के पास डिग्री है या फिर नहीं है? उसके पास नॉलेज है या नहीं है? क्या करना चाहिए? तुम्हारी एक्सपर्टीज
0:22
क्या है? कौन तुमको सपोर्ट करेगा? आज एक छोटी सी सुई से लेके पूरे जहाज तक एक्सपोर्ट हो रहा है। नौकरी छोड़ने के बाद
0:28
सबके पास होता है। तो अपने पास खर्च करने के लिए दो चीजें थी। एक टाइम और दूसरे रिलेशन। क्या-क्या प्रोडक्ट्स है? मोर देन
0:33
25 प्रोडक्ट्स। रोलिंग थ्री टू वन एक्शन।
Oh No Moments in EXAGO
0:40
सो राहुल भाई एव्री बिनेस हैज़ ओ नो मोमेंट। सो एग्जैगो में के साथ वो कौन सा
0:46
मोमेंट था जब आपको लगा कि यार ये क्या हो गया? बहुत सारे टाइम पे
0:53
जब हम लोग बिज़नेस करते हैं तो बहुत सारी मूवमेंट्स ऐसी आती है बिकॉज़ एक्सपोर्ट इज़ वेरी टफ। योर कारगो इज़
1:00
समवेयर एल्स। तो बहुत सारी मूवमेंट ऐसी आती है कि जब ओ नो मूवमेंट हो जाता है। जब मैंने इनिशियली स्टार्ट किया तो जब पहला
1:07
ऑर्डर आया 6 महीने 7 महीने के बाद स्ट्रगल के बाद बहुत सारे फैक्ट्रीज को ऑर्डर रखे
1:12
मटेरियल्स रेडी होने को स्टार्ट हुआ और इन बिटवीन कोरोना आ गया। तो उस टाइम पे ओनो
1:19
मोमेंट ऐसा था कि बहुत सारे मटेरियल्स ऑन द वे थे। कुछ रोड पे थे, कुछ फैक्ट्री में
1:25
पड़े थे, कुछ पोर्ट पड़े थे। तो दैट टाइम सिचुएशन वास सो डिफिकल्ट। बहुत सारी चीजें
1:31
थी जो हम कुछ कर नहीं सकते थे। और सिर्फ मीटर्स बढ़ रहे थे कि भाई मटेरियल पड़ा
1:36
हुआ है। उसका मतलब आपका मीटर चालू है। तो दैट वाज़ द टाइम वेयर मेनी शिपमेंट्स वेर
1:43
स्टक। फिर कई बार ऐसा होता है कि मटेरियल रिजेक्ट भी होता है। बहुत सारी चीजें ध्यान रखने के बावजूद भी रिजेक्ट होता है।
1:50
एक शिपमेंट था मैंने जॉर्डन किया था। उसमें मैंने कोई ग्लू भेजा था
1:55
और वो बहुत बड़ी मल्टीीनेशनल कंपनी से था। एक बार मैंने भेजा अच्छा खासा चला। दूसरी
2:00
बार भेजा अच्छा खासा चला। तीसरी बार ऐसा हुआ कि उसकी मशीन में ही नहीं चल रहा है वो ग्लू का मूवमेंट। ग्लू चल ही नहीं रहा
2:07
है। तो वो बोल रहा है कि राहुल ये ग्लू नहीं चल रहा है और उसका वैल्यू था कुछ $250,000
2:12
तो अभी क्या कर सकते हैं? कि वो यूज़ तो कर नहीं सकता। और यहां पे इतनी बड़ी कंपनी है कि वो बोले कि नहीं मेरा मटेरियल तो गलत
2:18
हो ही नहीं सकता। तुमने दो बार यूज़ किया और हम लोग तो मल्टीीनेशनल है। सो देयर इज़ नो फॉल्ट इन माय प्रोडक्ट। तो कहीं पे
2:25
आपका मशीन में इशू है। तो दोनों से हमने ज़ूम मीटिंग करवाया। उनके प्रोडक्शन वाले से करवाया। उसने बोला मशीन में ये सेटिंग
2:32
चेंज करो। ये टेंपरेचर चेंज करो। यहां पे ये हो रहा है। तो आपने तुमने उसके ऊपर कौन सा लगाया है? उसके ऊपर जो
2:40
कोटिंग किया है वो कौन सा है? वो कितने एमएम का है? तो बहुत सारी टेक्निकिटीज चली। फिर भी वो मटेरियल नहीं चला। क्योंकि
2:47
कस्टमर ने बोल दिया कि यह नहीं चल रहा है। मींस कस्टमर ने एक बार बोला कि भाई नहीं हो रहा है तो आप कुछ नहीं कर सकते। फिर यू
2:52
हैव टू एक्सेप्ट कि अपना मटेरियल नहीं चल रहा है। तो क्या करेंगे? तो उसको रिप्लेस करेंगे। तो मैंने फिर से वही
2:59
कंपनी से दूसरा एक मटेरियल लिया। उसको रीएक्सोर्ट किया अपने खर्चे से। पूरा खर्चा मेरा मटेरियल मेरा और वहां की
3:07
फैक्ट्री से मैंने कहीं से सेटिंग करके कोई लॉजिस्टिक्स वाले को ढूंढा। उसको बोला यहां से मटेरियल उठा उसको पैेटाइज कर ले
3:14
जो भी खर्चा है मैं दूंगा वो मटेरियल वो वहां से मैं वापस इंडिया में लेके आया और वो फैक्ट्री को वापस दिया पूरा क्लीयरेंस
3:20
क्लीयरेंस करके कस्टम वस्टम भर के ड्यूटीव्यूटी भर के तो ऐसा एक मोमेंट नहीं
3:26
ऐसा कई बार होता है कि भ मटेरियल नहीं चल रहा है या क्वालिटी इशू आ रहा है तो यू हैव टू बी ऑन योर वर्ड्स कि भ नहीं चल रहा
3:34
है तो इट इज़ माय रिस्पांसिबिलिटी आई हैव टू डू इट ऐसे मैं एक माइनिंग केमिकल भेजा
3:39
था तो वो माइनिंग केमिकल जब एटमॉस्फियर में मॉइस्चर ज्यादा होता है ना तो वो मॉइस्चर खींच लेता है या वो ड्राई नहीं हो
3:46
पा रहा है तो फैक्ट्री से कुछ भी करके वो मटेरियल निकलवाया मैंने बोला दो कंटेनर भेजो
3:52
उसको बहुत उसका माइंड बंद पड़ा हुआ है तो वो टाइम पे मानसून सीजन चल रहा था अभी उतना आईडिया नहीं था कि ये क्या हो
3:58
सकता है तो मानसून में हमने वो दो कंटेनर मैंने भेज दिए कहीं पे भेज दिए दो कंटेनर वो क्लास सिक्स फ्लेमेबल हाइली फ्लेमेबल
4:07
और इतना इजी नहीं होता है उसको भेजना या वापस लाना जब वहां पे पहुंचा ना तो वो पूरे मटेरियल
4:12
में से अल्कोहल निकल चुका था। मींस वो पूरा पानी की तरह बाहर निकल रहा था क्योंकि वो मॉइस्चर पूरा मटेरियल ने पकड़
4:17
लिया था। तो वो पूरा मटेरियल इतना स्मेल कर रहा था और वो नॉन यूज़ हो गया था दो कंटेनर। मैंने फैक्ट्री से बात किया कि
4:24
ऐसा है। तो बोलता है कि यार वो मानसून की वजह से वो ठीक से ड्राई नहीं हुआ होगा। तो
4:30
मटेरियल मैं चेंज करके देता हूं। बोला आप तो चेंज करके दोगे तो वापस कैसे लाएंगे? हाईली फ्लेमेबल
4:37
मटेरियल है। बोला नहीं तो आप कुछ करो। मैं मटेरियल नया दे दूंगा। पर वो खर्चा आप उठा लो। मटेरियल मैं चेंज करने का खर्चा मेरा।
4:44
मैंने बोला ठीक है। तो वो सब सप्लायर ने भी सपोर्ट किया। तो वो मटेरियल पूरा वहां से फिर से रीपैकिंग करवा के फिर से कस्टम
4:51
क्लीयरेंस करवा के वापस इंपोर्ट करके फैक्ट्री पे भिजवाया। और वो पूरा बेयर मैंने किया। पर हां
4:59
कस्टमर को पता चल जाता है कि भ ये बंदा जेन्युइन है। ये कुछ भी प्रॉब्लम होगा वो अपने साथ खड़ा रहेगा। तो वो सब मोमेंट में
5:07
यू हैव टू बी वेरी वेरी एक तो पहले दिमाग ठंडा रखो। दूसरा स्यूशन ढूंढो। अगर स्यूशन
5:12
नहीं है गलती है तो उसको एक्सेप्ट करके उसको रेक्टिफाई करो। अगर वो नो मोमेंट देखने जाए ना तो बहुत सारी आती है बट उसके
5:19
सबके सशन अपने को ढूंढने पड़ते हैं। और यह जो एक्सपोर्ट में रिपीिटेबल जो प्रॉब्लम्स
SOPs (Standard Operating Procedures)
5:24
आते हैं हम तो आई थिंक बेटर है कि कोई एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर होना चाहिए
5:30
कि हम लोग ऐसे ही करेंगे और यही प्रोसेस को यूज़ करेंगे या फिर ये ऐसे ही हम पूरा
5:36
बिज़नेस ऑपरेट होगा। तो वैसे आपका एसओपी क्या है और आप कैसे एक्सपोर्ट बिज़नेस
5:41
ऑपरेट करते हो? अभी एक्सपोर्ट बिज़नेस में एक एक चीज़ यह है कि आपको यू हैव टू वेरी वेरी स्पेसिफ़ाई फ़ॉर ईच पॉइंट्स। वेदर इट
5:48
इज़ डॉक्यूमेंटेशन, वेदर इट इज़ ट्रांसपोर्टेशन, वेदर इट इज़ अ कंटेनराइज़ेशन, स्टफिंग, पैेटाइज़ेशन, यू
5:55
हैव टू बी वेरी वेरी पर्टिकुलर। अगर एक चीज़ में भी आपने गलत करा है ना, तो वो
6:01
बहुत बड़ा इंपैक्ट करता है। एकदम सिंपल सा एग्जांपल देता हूं। अगर आप कुछ भी सऊदी एक्सपोर्ट कर रहे हो ना, तो इट हैज़ टू बी
6:08
पैेडाइज़। अगर आपने विदाउट पैेट भेजा है, तो वो मटेरियल वहां से क्लियर नहीं होगा। यह सबसे एकदम सिंपल एग्जांपल है। पर वो
6:14
आपको पता होना चाहिए कि अगर मैं कुछ सऊदी बेच रहा हूं वो कुछ भी पैकिंग बट इट हैज़
6:19
टू बी पेट। अगर आप पैलेटाइज कर रहे हो तो आपको देखना है जस्टिफाई करना है कि भ 20 फीट कंटेनर में मटेरियल ज्यादा आएगा कि 40
6:24
फीट में ज्यादा आएगा। तो वो सब चीजें आपको खुद ही सोचनी पड़ती है और वो धीरे-धीरे ग्रेजुअली एक्सपीरियंस से आएगा। क्योंकि
6:31
कई बार होता है कि 20 फीट का फ्रेट $500 होता है और 40 फीट का $600 होता है। तो 40
6:36
फीट यूज़ करना थोड़ा वायबल है। तो ये सब चीजें देखनी पड़ती है। एसओपी में क्या है? फॉर एन एग्जांपल अगर आप एक्सपोर्ट कर रहे
6:42
हो तो अगर आप प्रोसीजर फॉलो कर रहे हो तो तो ही आपके एक के बाद एक स्टेप्स क्लियर
6:48
होंगे। जैसे एग्जांपल देता हूं। अगर आप किसी कस्टमर के साथ कोई डील फाइनल कर रहे हो तो इट हैज़ टू बी डॉक्यूमेंटेड थ्रू
6:56
ईमेल्स। आजकल तो क्या सब WhatsApp पे फाइनल करते हैं। बट इट इज़ बेटर टू बी
7:01
डॉक्यूमेंटेड इन ईमेल। बिकॉज़ ईमेल इज़ अ प्रूफ कि भ आपने भेजा था उसने एक्सेप्ट किया। फिर परफॉर्म माय इनवॉइस होना चाहिए।
7:07
कोटेशन एवरीथिंग हैज़ टू बी मेंशंड पैकिंग क्या होगा? कौन से मटेरियल कौन से बोर्ड
7:12
से जाएगा? क्या कौन से बोर्ड पे जाएगा? क्या पेमेंट टर्म रहेगा? क्या इनको टर्म्स रहेगा? अगर आप इनकोट टर्म्स सीएफआर बोल
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रहे हो और वो सीआईएफ मांग रहा है तो क्या करोगे? इंश्योरेंस लाना पड़ेगा। क्योंकि वो सब चीजें आपको स्पेसिफिकली
7:27
मेंशन करनी है। तो पीआई हो गया। फिर उसके बाद परचेस ऑर्डर हो गया। अगर आप सप्लायर
7:32
से परचेस ऑर्डर सप्लायर से कुछ मटेरियल ले रहे हो तो आपको परचेस ऑर्डर में भी सब कुछ मेंशन करना है कि भ ये क्वालिटी होना
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चाहिए इसमें स्पेसिफिकेशन ये होना चाहिए अगर फॉर एन एग्जांपल कोई जगह पे ऐसा बोला है कि भ उसका पोरिटी 99.8 होना चाहिए 99
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से कम नहीं होना चाहिए मॉइस्चर हैज़ टू बी1%ेज तो यू हैव टू मेंशन फॉर एन
7:53
एग्जांपल कैस्टर ऑयल में वन मॉइस्चर वाला भी मटेरियल आता है01 वाला भी मटेरियल आता
7:58
है वन वाला मटेरियल जहां पे यूज़ होगा वहां पे0001%ेज मॉइस्चर वाला मटेरियल यूज़ नहीं होगा। तो
8:04
दैट हैज़ टू बी वेरी स्पेसिफाइड। और वो कहां से पता चलेगा? जब आपने प्रोसीजर फॉलो किया होगा तो एक्सपोर्ट में आपने परफॉर्मर
8:10
इनवॉइस बना दिया, परचेस ऑर्डर बना दिया, प्री शिशिपमेंट डॉक्यूमेंट्स बनाने हैं आपको। जैसे कस्टम इनवॉइस हो गया, इनवॉइस
8:17
हो गया, अपना प्री इनवॉइस हो गया, प्रीशिप इनवॉइस, प्री शिशिपमेंट पैकिंग लिस्ट हो गया, सर्टिफिकेट ऑफ़ एनालिसिस हो गया। इट
8:23
हैज़ टू बी वेरी प्रॉपर। सो क्या कस्टम में वो आपका आराम से क्लियर हो जाएगा? अगर हैज़ मटेरियल है तो हैज़ डिटेल्स सब मेंशन होने
8:30
चाहिए। जैसे यूएन नंबर कौन सा है? पैकिंग ग्रुप कौन सा है? फिर आईआईपी सर्टिफिकेट
8:36
नंबर कौन सा है? कौन सा पैकिंग है? प्लास्टिक ड्रम है, एचडीपी ड्रम है, एचडीपी बैग है। तो वो सब चीजें आपको
8:43
डॉक्यूमेंटेशन से ही मिलेगा। तो ही आप कस्टम में कारगो को क्लियर कर पाओगे। डॉक्यूमेंटेशन प्रीशिपट हो गया। प्री
8:49
शिपमेंट के बाद पोस्ट शिपमेंट डॉक्यूमेंट्स वास टू बी प्रॉपर कि भाई 27.5 टन ही मटेरियल गया है या 24 टन
8:55
मटेरियल गया है। कौन से पैकिंग में कितना गया है? कौन सा पैेट है? वुडन पैेट है,
9:00
प्लास्टिक पैेट है, सर्टिफाइड है कि नहीं है? तो दैट हैज़ टू बी इन पोस्ट शिपमेंट
9:05
डॉक्यूमेंट्स। तो ये सब चीजें फॉलो करनी है। जब आपने पोस्ट शिपमेंट डॉक्यूमेंट्स भेज दिए कस्टमर को तो सर्टिफिकेट ऑफ़
9:12
एनालिसिस बना है, सर्टिफिकेट ऑफ़ ओरिजिन बनाना है वेबसाइट से। अभी तो सब ऑनलाइन हो गया और वो सब चीजें आपको बैंक में देनी है
9:20
कि भ ये बैंक में डॉक्यूमेंट्स मैंने ये जो पेमेंट शिपिंग बिल है उसके सामने डॉक्यूमेंट्स है पेमेंट कलेक्शन के लिए
9:26
डॉक्यूमेंट भेजने हैं नहीं भेजने हैं अगर एलसी है तो एलसी में कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स चाहिए दैट ऑल हैज़ टू बी फॉल
9:33
अगर आपने एलसी में है और डॉक्यूमेंटेशन में कुछ भी लोचा मारा है तो इट गिव यू इट यू हैव टू पे द कॉस्ट करेक्ट इट इट कैन बी
9:40
$100 इट कैन बी $000 लाइक दिस सो एसओपी हैज़ टू बी फॉलो व्हेनवर इट इज़ एक्सपोर्ट
9:45
बिकॉज़ एक बार मटेरियल चला गया वहां पे। फिर बहुत सारी चीजें नेक्स्ट टू इंपॉसिबल हो जाती है कि भ आप वहां पे फ्लाई करके
9:51
जाओ या खर्चा करके जाओ उसको समझाओ। वो सब चीजें बहुत बहुत टफ हो जाती है। तो उससे
9:57
अच्छा है कि आप एसओपी फॉलो करो कि भ कोई प्रॉब्लम नहीं हो अपने पास।
Mindset About Technology
10:05
कि टेक्नोलॉजी हमें हेल्प करती है या बिनेस को स्केल करने में हेल्प करती है। तो आपका टेक्नोलॉजी के बारे में क्या
10:12
सोचना है? आपने जब स्टार्ट किया तब आप सब एक्सेल में करते होंगे या फिर Google में
10:17
करते होंगे। अभी आप कैसे करते हो और टेक्नोलॉजी के बारे में आपका क्या माइंडसेट है? जैसे मैंने 2019 में पहले
10:24
स्टार्ट किया जब तो मैं एक्सेल में डॉक्यूमेंटेशन करता था। अप टू 3 साल 4 साल
10:30
तक मैं ही सिर्फ कर रहा था। जैसे डॉक्यूमेंट्स भी मैं बना रहा हूं। परचेस भी मैं कर रहा हूं। क्योंकि कोई अभी मेरे
10:36
पास ऑफिस नहीं था। मैं कहीं पे रेंट पे बैठ रहा था 2 साल तो। तो तो मैं ही सब कर रहा था। था। डॉक्यूमेंटेशन बनाता था। बैंक
10:42
में जाता था। Excel में डॉक्यूमेंटेशन बनाता था। तो Excel में डॉक्यूमेंटेशन बहुत बहुत प्रॉब्लम करता है। वो पॉसिबल ही
10:50
नहीं है। फिर भी कर रहा था। फिर मैंने एक आध दो सॉफ्टवेयर भी लिए थे। कोई आया था तो मैंने उससे सॉफ्टवेयर लिए थे। बट वो
10:55
सॉफ्टवेयर है ना इतने फ्रूटफुल नहीं थे क्योंकि कुछ चाहिए और निकलता कुछ है।
11:02
प्रिंट सही से नहीं आ रहा है। डेटाज़ नहीं लिंक हो रहे हैं। तो वो सब था। फिर अ फिर
EXAGO India Reduced 95% Manual Work by Using Shipzy Export Software
11:08
मैंने लास्ट टू लास्ट ईयर दो साल पहले मैंने shजी से जॉइ किया जब मैंने shजी यूज़ करना स्टार्ट किया उस टाइम से
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डॉक्यूमेंटेशन मेरा इतना इतना क्लियर हो गया है ना जैसे फॉर एन एग्जांपल अगर मैं
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कोटेशन बनाता हूं तो कोटेशन से ही मेरे पास परफेक्ट डेटा सिस्टम में जा रहा है।
11:25
जब तक फाइनल इनवॉइस बनेगा ना तब तक वो डेटा सेम टू सेम ही फॉलो करेगा। अगर मैं एक्सेल पे बना रहा हूं ना तो तंजानिया की
11:32
जगह पे केन चला जाता है। केन्या की जगह पे तंजानिया चला जाता है। पर shजी में ये चीज होने का कोई चांस ही नहीं है कि आपने जो
11:40
डेटा फीड किया वही लास्ट तक चलेगा। सेकंड थिंग कि वो एकदम यूजर फ्रेंडली है। सबसे पहले कि आप कुछ भी चीज कहीं पे भी जाके
11:46
चेंज कर सकते हो या अपना गलती को रेक्टिफाई कर सकते हो। तो वो भी आपको पॉसिबल है। बिकॉज़ हमारे ट्रेडिंग में क्या
11:53
होता है? हमारे पास बहुत सारी पैकिंग होते हैं। बहुत सारे डिफरेंट-डिफरेंट पैकिंग्स, डिफरेंट-डिफरेंट प्रोडक्ट्स, डिफरेंट-डिफरेंट एक्सपोर्ट सिचुएशन जैसे
12:01
कोई आईजीएसटी में एक्सपोर्ट करता हूं। कोई चीज को मैं एलयूडी में एक्सपोर्ट कर रहा हूं। वहां पे मेंशन किया हुआ है कि भ
12:07
एलयूडी में एक्सपोर्ट हो रहा है या आईजीएसटी में एक्सपोर्ट हो रहा है। अगर आपने वह ड्रॉपडाउन में से ले लिया मींस उसका मतलब कि वह सही साथ जा रहा है तो वह
12:13
सब चीज़ में मींस गलतियां होने के चांसेस बहुत कम है। बहुत कम है। और आप आई थिंक
12:19
दोनों कंपनी जो इंडिया की कंपनी है एक्सगo इंडिया और एक्सl Cam दुबई दोनों में SG
12:25
यूज़ करते हो। तो आपको कैसा एक्सपीरियंस है दोनों कंपनीज़ को लेके? दोनों कंपनीज एक
12:30
दुबई में एक अपनी इंडिया में कंपनी है। दोनों कंट्रीज के रूल्स रेगुलेशंस अलग है। फिर भी डॉक्यूमेंटेशन में मेरे को अभी भी
12:37
कोई प्रॉब्लम नहीं आ रहा है। अगर कोई इशू आ भी रहा है तो सपोर्टिंग टीम बहुत अच्छे से कभी भी आप फोन करो 8:00 बजे फोन करो कि
12:44
ये इशू आ रहा है तो दे सॉल्व इट और वो इशू क्लियर हो जाता है मोस्टली। तो दोनों कंपनीज़ में मैं यूज़ कर रहा हूं 2 साल से।
12:50
आई एम वेरी हैप्पी। डॉक्यूमेंटेशन मेरा 5 मिनट के अंदर बच जाता है। जो पहले बनाने में मेरे को 2 घंटे लगते थे। कम से कम।
12:57
अगर मैं एक्सेल में बना रहा हूं तो मुझे 2 घंटे लगेंगे और उसको वापस से चेक करना है यहां पे। तो क्या एक बार बनाया ना इट इज
13:04
परफेक्ट। और एक ये जो डॉक्यूमेंटेशन है एक्सपोर्ट का डॉक्यूमेंटेशन बहुत ही कॉम्प्लेक्स और सीरियस है। अगर किसी को आप
Shipzy Benefits
13:11
हायर कर रहे हो तो आपको बहुत ही एक्सपीरियंस बंदा चाहिए और स्पेसिफिक डोमेन एक्सपीरियंस चाहिए और वैसे जो लोग
13:17
हैं वो कम मिलते हैं मार्केट में पहले से। तो shजी के आने के बाद क्या बेनिफिट हुआ
13:23
है? जो अगर कोई बंदा एक्सपीरियंस कर रहा है वो कोई भी रीज़न से चला जाता है और नया
13:29
आता है और जो फ्रेश आउट है तो उसमें क्या बेनिफिट है? एक तो मेरा सबसे बड़ा प्रॉब्लम
13:34
डॉक्यूमेंटेशन का था क्योंकि मैं अकेला सब हैंडल कर रहा था। तो कई बार अगर मैं कहीं पे हूं तो डॉक्यूमेंट्स बनाना मेरे लिए
13:41
इतना इजी नहीं था। पर क्या है? अभी ये क्लाउड बेस पे शिप्स जी है। तो मैं कहीं से भी इंटरनेट एक्सेस करके सबसे पहले
13:47
डॉक्यूमेंट बना सकता हूं या उसको रेक्टिफाई कर सकता हूं या चेंज कर सकता हूं। कुछ भी कर सकते हैं। सबसे पहले प्लस
13:52
पॉइंट वही है। सेकंड थिंग के उसमें प्राइवेसी भी अच्छी है कि भ तुम्हारे डेटा तुम ही एक्सेस कर सकते हो और कोई एक्सेस
13:59
नहीं कर सकता। थर्ड थिंग मेरे पास अभी छह सात लोगों की टीम है आराम से। तो shजी में
14:05
मेरे को एक चीज इतना इजी हुआ कि अगर किसी को मुझे डॉक्यूमेंटेशन सिखाने हैं तो मैं
14:11
विदिन 3 आवर्स फोर आवर्स उसको पूरा शिप में बता सकता हूं। हां उसको एक्सपोर्ट का
14:16
नॉलेज होना चाहिए थोड़ा बहुत कि भ एक्सपोर्ट में एलओटी क्या होता है? आईजीएसटी क्या होता है? अगर वो बेसिक
14:22
नॉलेज होगा ना तो वो आराम से शिवजी में डॉक्यूमेंटेशन बना सकता है। तो अभी मेरे ऑफिस में सब लोग शिवजी में डॉक्यूमेंट बना
14:29
सकते हैं। अगर एक बंदा नहीं भी हुआ ना तो कोई भी बंदा प्रोपोमा बनाएगा, कोटेशन बना सकता है, प्री शिशिपमेंट बना सकता है,
14:35
पोशिपमेंट बना सकता है। वेरी इजी। तो नाउ एवरीवन नोज़ हाउ टू यूज़ शिप्स बिकॉज़ इट इज़
14:40
वैरी ईजी टू मेक डॉक्यूमेंटेशन। परफेक्ट राहुल भाई आप यह अलग-अलग कंट्रीज में ट्रैवल करते हो जो उनके सिस्टम्स है जो
How Exporters in Other Countries Work
14:47
अलग कंट्रीज है वो कैसे ऑपरेट करती है आपका क्या एक्सपीरियंस है और इंडिया में
14:53
जो नॉर्मली जो एक्सपोर्टर्स है उनके माइंडसेट और सिस्टम में क्या डिफरेंस है
14:58
इंडिया में जो एक्सपोर्टर्स है और आउट ऑफ कंट्रीज जो एक्सपोर्टर्स देख रहे हो ना तो सबसे ज्यादा वो इंडिया में लोग है ना
15:04
टेक्नोलॉजी में इतना बिलीव नहीं कर रहे बट इंडिया के अगर बाहर जाओगे मैं मोस्टली 30
15:10
कंट्रीज में विजिट कर चुका हूं बहुत सारे कस्टमर से मिलता हूं, सप्लायर से मिलता हूं। दे हैव सिस्टम के दे हैव टू फॉलो द
15:17
सिस्टम। दे यूज़ टेक्नोलॉजी। अगर चाइना में जा रहे हो तो वो सब लोग वी चैट यूज़ कर रहे हैं। कोई अभी एक दूसरे को विजिटिंग कार्ड
15:24
नहीं दे रहे हैं। सिर्फ सब एक दूसरे को सिर्फ वीट का आईडी दे रहे हैं या फिर स्कैन कर रहे हैं। तो मींस यू हैव टू बी
15:30
वेरी स्पेसिफिक विद टेक्नोलॉजी। तो अगर आप टेक्नोलॉजी में जितना प्रोगे
15:36
उतना आपके लिए काम थोड़ा इजी हो जाएगा। और एक्सपोर्ट में अगर टेक्नोलॉजी आप यूज़ कर
15:41
रहे हो तो आपके एरर आने के चांसेस कम होंगे और आप क्लोज टू करोड़ क्लॉक करने
Vision of EXAGO INDIA and EXCELCEM DUBAI
15:48
वाले हो या फिर आई थिंक हो गया होगा। तो आपका लॉन्ग टर्म विज़ क्या हैexo इंडिया को लेके और Excel CA दुबई को लेके इंडिया और
15:55
Excel CA दुबई मैंने स्टार्ट किया था। मैंने उस टाइम पे नहीं सोचा था कि 5 साल
16:01
में या छ साल में इतने नंबर्स तक पहुंच जाएंगे। बट फ्रैंकली स्पीकिंग ड्यू टु
16:06
टेक्नोलॉजी देन ग्रेस ऑफ़ गॉड ड्यू टु फ़ सपोर्ट इतने तक पहुंचे हैं। अभी लॉन्ग
16:12
टर्म में विज़न ऐसा है कि कहीं पे कुछ प्रोडक्शन का छोटा-मोटा स्टार्ट करते हैं। एग्जा चल रहा है वैसे Excel CM जैसे दुबई
16:18
स्टार्ट किया तो दूसरी कंट्रीज में भी अपना नया ऑफिस खोलना है। सोच रहे हैं कि भाई दूसरी ऑफिस में भी कहीं पे पार्टनरशिप
16:25
में खोलें ऐसा कुछ करें। तो वो सब चीजें थोड़ी सी विज़न में है। बट लेट्स सी वी वर्किंग हार्ड। अगर भगवान की दया रही तो
16:32
कुछ ना कुछ आगे बढ़ पाएंगे और यहां तक आए तो और आगे बढ़ेंगे। तो आई थिंक आपके कंपिटिट के लिए यह राज ही रहेगा।
Growth Formula
16:41
ये एक्सपोर्ट जो है इसका ग्रोथ फार्मूला क्या है? मतलब
16:46
क्या करना चाहिए? जैसे अभी कोई नया है या फिर जो कोई 50 करोड़ कर रहा है क्लॉक या
16:53
फिर जो 100 करोड़ कर रहा है। एक ग्रोथ फार्मूला क्या है? कि क्या स्ट्रेटजी होनी चाहिए ग्रोथ के लिए? ग्रोथ के लिए सबसे
16:59
पहली स्ट्रेटजी यह होनी चाहिए कि यू ऑलवेज टेक नॉलेज। कहां से भी आपको जो नॉलेज मिल रहा है ना उसको हर बार लेने का ट्राई करो।
17:06
सबसे पहले दूसरा कि ऐसा मत सोचो कि भ मुझे सब आता है। इसको कुछ नहीं आता है। कोई भी
17:11
कहीं से भी अगर आपको कुछ नया सीखने को मिल रहा है वो आपसे बड़ा है या छोटा है या
17:17
नहीं है जो भी हो। बट यू हैव टू एक्सेप्ट कि भाई अपने पास सब नॉलेज नहीं होता है।
17:23
सब बहुत सारी जगह से अपने को नॉलेज मिलता है। तो यू हैव टू बी वेरी स्पेसिफिक विद द नॉलेज ऑफ़ द प्रोडक्ट एंड नॉलेज ऑफ़ द
17:30
प्रोसीजर। अगर वो दो चीजों में आप क्लियर हो तो आप आराम से कर सकते हो। पर हां
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नॉलेज ले लो। सबसे पहले कहीं पे जॉब करके 10 साल, 5 साल, 8 साल फिर आप अपना खुद का
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करो जब आप माइंड में क्लियर हो जाओ कि प्रोसीजर क्या रहता है या नॉलेज क्या रहता है या प्रोडक्ट नॉलेज क्या रहता है। देन
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यू कैन डू इट इज़ली। अगर आप इन जनरल बताएं कि एक्सपोर्ट में कौन से जो लाइसेंसेस है
License Needed for Export
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इंडिया में अगर केमिकल एक्सपोर्ट बिजनेस स्टार्ट करना है तो इंडिया में कौन से
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लाइसेंस की जरूरत रहती है अगर कोई भी बंदा चाह रहा है कि वो उसका करियर एक्सपोर्ट में बने या एक्सपोर्ट का बिज़नेस वो
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स्टार्ट करें। बहुत साल पहले जब मैंने एक्सपोर्ट इंपोर्ट में नया-नया आया था तब डॉक्यूमेंटेशन करना मींस कौन सा
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डॉक्यूमेंट आईसी लेना होता हो या फिर एक्सपोर्ट के लिए यार इवन बनवाना हो वो सब डॉक्यूमेंट्स बहुत सारा मगजमारी वाला था
18:17
मींस उसमें इतना इजी नहीं था इवन ह्यूमंस भी बहुत सारे इन्वॉल्व रहते थे कस्टम वाले इनवॉल्व रहते थे तो उस टाइम पे कोई किसी
18:24
को भी एक्सपोर्टर बनना हो तो वो इतना इजी नहीं था पर उस टाइम पे गवर्नमेंट प्रॉफिट भी इतना देती थी मार्जिंस भी इतने देती थी
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तो सब लोग पैसा अच्छे खासे कमा रहे थे अभी क्या अभी गवर्नमेंट ने यह सब प्रोसीजर बहुत इजी इजी कर लिया। पर उसके
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सामने-सामने उन्होंने एक्सपोर्ट बेनिफिट सब ले लिया। मींस एक साइड से दे रहे हैं। एक साइड से वो बेनिफिट्स ले रहे हैं। तो
18:42
अगर अभी किसी को अगर एक्सपोर्ट का नया कंपनी स्टार्ट करना हो तो सबसे पहले उसको कंपनी पहले तो बनवाना पड़ेगा। एक तो तीन
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टाइप की कंपनी होती है। एक तो प्रोपराइटर होती है, पार्टनरशिप होती है, एलएलपी होती है और एक प्राइवेट लिमिट। जब आप कंपनी
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बनवा रहे हो तो एलएलपी बनवाओ या पार्टनरशिप प्रोपराइटर वो आप ले सकते हो। पहले सबसे पहले आता है घुमास्ता धारा ले
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लो। घुमाध वाज़ द फर्स्ट सर्टिफिकेट वि यू गेट फ्रॉम एनी गवर्नमेंट बॉडी। तो जैसे आप
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अगर कोई भी दुकान लिख रहे होते हो या जो भी छोटा-मोटा बिज़नेस है वो सबसे पहले गुमास्ताधारा लेता है। आई थिंक
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म्युनिसिपालिटी या कॉरपोरेशन तुम इसका मतलब कि तुम बिज़नेस कर रहे हो। वो क्या कर रहे हो? दैट विल बी सेकेंडरी। तो वो
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बिज़नेस के बेस पे तुम अपना फर्म बना सकते हो। उसके बेस पे तुम पैन कार्ड ले लो। पैन कार्ड के बाद जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवा लो।
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अगर प्रोपराइटर पार्टनरशिप है तो। उसके बाद आप आईसी के लिए अप्लाई करो। फिर आईसी
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होने के बाद जीएसटी के लिए अप्लाई करो। जब आपके पास जीएसटी आईसी पैन कार्ड हो जाएगा फिर आप बैंकिंग के लिए अप्लाई करो कि भाई
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मुझे करंट अकाउंट चाहिए ये फर्म के लिए। तो ये सब बेसिक डॉक्यूमेंटेशन है व्हिच हैज़ टू बी डन बिफोर डूइंग एनी बिज़नेस। जब
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आपका एक बार बैंक का शुरू हो जाता है। फिर आपको मर्चेंट में एक्सपोर्ट करना है तो आप दो टाइप से एक्सपोर्ट कर सकते हो। फर्स्ट
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ऑफ़ ऑल आप 18% जीएसटी में एक्सपोर्ट कर सकते हो। आईजीएसटी भर के या फिर आप एलयूटी में एक्सपोर्ट कर सकते हो। अभी 18% जीएसटी
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में अगर आप एक्सपोर्ट कर रहे हो आईजीएसटी में तो आपको परचेस भी 18% में करना पड़ेगा
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और उसके बाद जब आप शिपमेंट करोगे और शिपिंग बिल आईजीएसटी में फाइल करोगे उसके
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बाद आपको आईजीएसटी रिफंड मिलेगा फ्रॉम द गवर्नमेंट। आपका टर्नओवर ज्यादा है और आप इतना सारा पैसा ब्लॉक नहीं करना चाहते हो
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तो यू टेक एल डेटर ऑफ़ अंडरटेिंग लेने के लिए बेसिक डॉक्यूमेंट्स चाहिए। जैसे आप
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आईएसओ सर्टिफिकेशन आपका चाहिए। फिर आपको आरसीएमसी चाहिए रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म
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सर्टिफिकेट तो ही आपको एलयूटी मिलेगा क्योंकि कोई भी सप्लायर अगर आपको पॉइंट वन में देगा तो वो बेसिक डॉक्यूमेंट सबसे
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पहले मांगेगा। आरसीएमसी लेने के लिए आपको जैसे हम लोग केमिकल एक्सपोर्ट करते हैं तो
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वी आर अ मेंबर ऑफ़ केमिक्सल। तो आप कोई भी गवर्नमेंट बॉडी के मेंबर बनोगे तो आपको
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वहां से आरसीएमसी मिल जाएगा। आईएसओ सर्टिफिकेशन करवाना पड़ेगा। जैसा आपका ऑफिस है उसका। फिर वो दो चीजें आप अगर
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ऑनलाइन सबमिट करोगे तो आपका एलयूटी जनरेट हो जाएगा। एलयूटी जनरेट होने के बाद अगर किसी को भी आप परचेस ऑर्डर वन जीएसटी में
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दे रहे हो तो ये पांच छह डॉक्यूमेंट्स आपको उसको देना पड़ेगा और उस शिपमेंट होने
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के बाद आपको एक्सपोर्ट प्रूफ देना पड़ेगा। एक्सपोर्ट प्रूफ एज अ शिपिंग बिल कि भ तुम्हारा जो हमने ये प्रोडक्ट खरीदा था ये
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इनवॉइस के अगेंस्ट में वो हमने एक्सपोर्ट किया है। तो ये सब बेसिक डॉक्यूमेंट्स है
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जो इनिशियली आपको इनिशियली तो पहले करने ही है। फिर हर एक शिपमेंट में भी आपको ये सब फॉलो करना है।
The Real Stories Behind Export Business
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लोग बोलते हैं कि एक्सपोर्ट बिनेस जो करता है वो पैसे वाला ही होता है। BMW, Audi और
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ये सब तो क्या लगता है? ओनली एक्सपोर्ट करने वाले पैसे वाले नहीं होते। बहुत सारे
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लोग पैसे वाले होते हैं। बट ये जो दिमाग में होता है कि भ हमको अगर बहुत सारा पैसा
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कमाना है और हम लोग एक्सपोर्ट करेंगे दैट इज रोंग। कंपटीशन इज वेरी हाई। यहां पे तो कोई भी आप बिज़नेस करोगे तो आपको आसपास का
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कंपटीशन मिलेगा। अगर आपने मोबाइल शॉप खोला तो आपके आसपास चार शॉप होगी। तो आपके पास चार ही कंपटीशन है। पर अगर आप जब
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एक्सपोर्ट इंपोर्ट के बिज़नेस में हो तो पूरा वर्ल्ड आपके कंपटीशन में है। तो जो
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सब लोग सोच रहे हैं कि भ एक्सपोर्ट इंपोर्ट करके हम लोग मिलियर बिलियर बन जाएंगे तो दैट इज रॉन्ग। मिलियर बिलियर
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बनने के लिए एक्सपोर्टर होना जरूरी नहीं है। मेहनत करना जरूरी है। और वो मेहनत आप कहां पे कर रहे हो दैट इज डिपेंड। कि आप
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एक्सपोर्टइ इंपोर्ट में मेहनत कर रहे हो या लोकल बिज़नेस में मेहनत कर रहे हो या अपने घर में मेहनत कर रहे हो। कोई अपने
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पापा के बिज़नेस में मेहनत कर रहे हो वो सब उससे आराम से मिलियर बन सकते हैं। बट एक्सपोर्ट से सब मिलियर बन सकते हैं। दैट
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इज रोंग। आपके ब्रांड एग्जागo का कोर बिलीफ क्या है? और क्या मोटो है? कोर
Core Belief and Motto of EXAGO
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बिलीफ ये है कि एक्सग का कि अगर एक बार कमिटमेंट किया है तो उसको कुछ भी करके फुलफिल करना है। और अगर हम लोग कोई कस्टमर
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से जुड़े हुए हैं तो हम अपना 100% देते हैं कि भ हमारी तरफ से वो कस्टमर अलग ना
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हो हमारी गलती की वजह से। और नए एक्सपोर्टर को दो-तीन कुछ एडवाइस देनी है
Golden advice for New Exporters
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तो आप क्या? अगर मैं तो बोलता हूं कि देखो एक्सपोर्ट करना अभी बहुत इजी हो गया है।
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गवर्नमेंट जैसे सपोर्ट कर रही है एक्सपोर्टर्स को नाउ अ डेज एक्सपोर्ट बहुत इजी है और शिवजी जैसे सॉफ्टवेयर से आपको
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डॉक्यूमेंटेशन भी इजीली मिल जाता है। तो मेरा एक ही बिलीव है कि अगर आपको एक्सपोर्टर बनना है तो सबसे पहले आप किसी
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और बंदे के पैसे पे रिस्क लो। आप 8-10 साल कहीं पे जॉब करो। जो आपको पसंद है वो
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फील्ड में जॉब करो। वहां से सीखो। फिर उसके बाद आप अपना खुद का एक्सपोर्ट का
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बिज़नेस स्टार्ट करो। जैसे मैंने बोला एक्सपोर्ट के बिज़नेस के लिए फाइनेंस इंपॉर्टेंट नहीं है। जैसे मैंने स्टार्ट
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किया तब मेरे पास सिर्फ रिलेशन और टाइम था और वहां से मैंने स्टार्ट किया था। तो मैं व्यूअर्स को यही बोलना चाहता हूं कि अभी
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भी दिमाग में से निकाल दो कि भ मेरे पास पैसा नहीं है तो मैं एक्सपोर्ट नहीं कर सकता। यू हैव टू बी स्पेसिफाई कि भ मुझे
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एक्सपोर्ट करना है तो सबसे पहले सीखो। जब नॉलेज अपने पास इनफ थोड़ा सा हो जाए उसके
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बाद आप एक्सपोर्ट आराम से कर सकते हैं। आप लोग काफी ऑनलाइन देखते होंगे कि 500 में एक्सपोर्टर बनिए। एक्सपोर्ट पॉसिबल है।
Fake Exporter Schemes
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एक्सपोर्ट इजी है। हम लोग एक्सपोर्ट का सॉफ्टवेयर प्रोवाइड करते हैं और काफी एक्सपोर्टर से जुड़ के काम कर रहे हैं। हम
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कोई एडवाइस नहीं देंगे। हम पूछेंगे एक एक्सपर्ट एक्सपोर्टर से जिन्होंने जॉब की
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है जिन्होंने काम किया है एक्सपोर्ट में और जिन्होंने सक्सेसफुली अपना एक बिजनेस
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सीआर तक पहुंचाया है तो उनसे जानते हैं कि ये जो स्कीम्स चल रही है या फिर जो
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स्कैम्स चल रहे हैं उसमें कितनी सच्चाई है और ये जो 500000 से आप एक्सपोर्ट करो 1
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लाख से एक्सपोर्ट करो ये एक्सपोर्ट करो सीएचएस से या फिर एक कंटेनर का फोटो दिखा
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के बोलते हैं कि एक्सपोर्टर बन जाओ। BMW, Audi जो भी बोलते हैं तो रियल एक्सपोर्टर
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से पूछते हैं कि एक्चुअल में कैसा होता है एक्सपोर्टर? क्या यह सच है? राहुल भाई क्या बताएं? मुकेश भाई आपने जो क्वेश्चन
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पूछा वो बहुत ही टफ क्वेश्चन है। अभी मुझे दो मिनट सोचना पड़ेगा। उसका आंसर क्या देना चाहिए? पर जो सच है मैं वो बताऊंगा।
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आजकल बहुत सारे लोग बोलते हैं कि भ एक वीक का कोर्स कर लो, एक महीने का कोर्स कर लो, ऑनलाइन कोर्स कर लो, आप एक्सपोर्टर बन
25:00
जाओ। ये सब चीजें सीखे हैं। ठीक है? चलो हमको लगता है कि भ हां बन जाएंगे। बट एक्सपोर्टर बनना इतना इजी नहीं है कि एक
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महीने के क्लासेस से या एक महीने के ऑनलाइन कोर्स से आप एक्सपोर्टर बन जाओगे या एक बार आपने कंटेनर भरते हुए देख लिया
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आप एक्सपोर्टर बन गए या आप कहीं पे कोल्ड स्टोरेज में चले गए आप एक्सपोर्टर बन गए। नहीं ये पॉसिबल नहीं है। एक्सपोर्टर बनना
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है तो कीप पेशेंस कि अगर आपको पेशेंस रखना है। आपको सब सीखना है। अगर कोई एक्सपोर्ट
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कंपनी खोलने के लिए डॉक्यूमेंटेशन बनाने है तो नाउ अ डज़ इट इज़ वेरी ईजी। आपको किसी की हेल्प की जरूरत नहीं है। किसी को पैसे
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देने की जरूरत नहीं है कि भ मेरा तुम आईसी बनवा दो या मेरा तुम जीएसटी बनवा दो। आप खुद से जाके बनवा सकते हो। ऐसा कोई इशू
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नहीं है। तो मेरा तो सबसे यही मानना है कि पहले खुद सीखो कि भ कैसे क्या चीजें खुद कर सकते हो। खुद पे बिलीव रखो। अगर आपको
25:45
अच्छा एक्सपोर्टर बनना है तो कहीं पे आप एक्सपोर्टर के वहां पे प्रैक्टिकली काम करो। आप धूप में दौड़ो यहां पे से वहां
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तक। सीएफएस में जाओ, पोर्ट पे जाओ, कस्टमर से मिलो, सप्लायर से मिलो, पैकिंग वाले से
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मिलो, ड्रम वाले से मिलो कि कैसे ड्रम होते हैं, क्या होते हैं। ये सब चीजें अगर खुद से सीखोगे ना तो आपको एक्सपोर्टर बनने
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से कोई नहीं रोक सकता। पर अगर आपने सोच लिया कि भ मैंने किसी को ₹00 दे दिए। उसने मेरे को एक महीने में क्लासेस, कोर्सर्सेस
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करवा दिए और मैं एक्सपोर्टर बन गया। वह आपका पैसा डूबेगा ही। वह वहां पे भी ₹00
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डूबेगा। और अगर आपने एक कंटेनर या दो कंटेनर एक्सपोर्ट भी कर दिया तो वह भी पैसा डूबेगा। फॉर एन एग्जांपल आज कई सारे
26:22
लोगों के पास बहुत बड़े-बड़े परचेस ऑर्डर आते हैं कि भाई मेरे को आप ये बेच दो, अनियन भेज दो और लोग एक्सपोर्ट करने के
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बाद पैसे नहीं मिलते उनके पास। क्यों? क्योंकि वो नए-नए सीखे हैं। उनके पास पैसे
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हैं उसका मतलब वो नहीं कि आप एक्सपोर्टर बन गए। अगर आपके पास पैसे भी बहुत सारे हो। फिर भी आप कहीं पे जाके 8 साल 10 साल
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जॉब करो। आप आराम से सीखो। क्योंकि एक्सपोर्ट ऐसी चीज है ना जहां पे हर रोज रूल्स एंड रेगुलेशंस गवर्नमेंट चेंज करती
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है। तो यू हैव टू बी वेरी मच स्पेसिफाई विद द रूल्स एंड रेगुलेशंस व्हिच आर अपडेटिंग ऑन द सिस्टम। और गवर्नमेंट ने
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अभी इतना इजी कर दिया कि आपको सब कुछ आई गेट की वेबसाइट से या डीजीएफटी की वेबसाइट से कहीं से भी आपको सब नॉलेज मिल सकता है।
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आपको इसके लिए किसी के क्लासेस जाने की जरूरत नहीं है या किसी को पूछने की जरूरत नहीं है। आप Google करो गवर्नमेंट की
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वेबसाइट पे जाओ आपको आंसर मिल जाएगा आपके क्वेश्चन का। तो मेरा व्यूअर्स को यही कहना है अगर आपको एक्सपोर्टर बनना है तो
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सबसे पहले 810 साल खुद से मेहनत करो। किसी के ऊपर डिपेंड मत रहो। फिर आपको करो खुद
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एक्सपोर्ट आपको कोई नहीं रोक पाएगा। आई थिंक ये क्लासेस का जो स्कैम है ये तो यही हो गया ना कि आप मेरे को 1 लाख दो। मैं हर
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महीने 1% दूंगा। लेकिन अगर वो 1% बना रहा है तो हमारे पास क्यों आ रहा है। क्यों आ रहा है? अब पता नहीं फिर भी ये चल रहा है
27:31
स्कैम। राहुल भाई एक एक्सपीरियंस एक्सपोर्टर है और हम लोगों का जो टारगेट है या फिर उनका जो एक बिहेवियर है आप अगर
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देखोगे उनसे मिलोगे उनका एक हेल्पिंग नेचर है फिर भी अगर वह किसी के अगेंस्ट में जाके बोल रहे हैं मतलब इस बात में कुछ
27:45
डेप्थ है तो आपको देखना चाहिए किसी क्लासेस वाले को बुरा लगेगा लेकिन हम इंडिया को डूबने नहीं देंगे हम जो
27:52
यंगस्टर्स हैं उनको डूबने नहीं देंगे उनको अगर एक्सपोर्टर बनना है तो वेलकम है राहुल
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भाई की तरफ से वेलकम है हम तो आईटी वाले हैं लेकिन जो प्रॉब्लम्स है जो इंडस्ट्री में या फिर
28:05
जो लोकल लोगों ने प्रॉब्लम्स क्रिएट करे हैं वो सच तो हम बता के रहेंगे। सो राहुल
Fun Rapid Fire
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भाई अब करते हैं फन रैपिड फायर विद एक्सपोर्ट किंग
28:18
सर नो थिंकिंग बस दिल से बोलना है। शिव जी कौन से टाइप का दोस्त बन गया है? ऑप्शंस
28:24
जुगाड़ू है या रिस्पांसिबल है या फिर हेडेक है? ऐसा कोई हेडेक है जो रिसोंसिबल नहीं है।
28:30
बट यहां पार्टनर अच्छा खासा बन गया है जो ऑलवेज बी देयर कि कभी भी आप बोलो कि मुझे
28:36
डॉक्यूमेंटेशन करना है ये करना है इजीली थोड़े टाइम में हो जाता है और आपका सबसे बड़ा हेड एक खत्म आपका फेवरेट कंट्रोल जी
28:42
मोमेंट इन एक्सपोर्ट शिव जी के साथ तो कंट्रोल जी नहीं करना पड़ता है क्योंकि एवरीथिंग मोस्टली प्रॉपर होता है बट थोड़ा
28:49
सा अगर जल्दी स्टार्ट किया होता अपना खुद का बिज़नेस तो आज थोड़ा ज्यादा कहीं पे होते आपका बिज़नेस का इनविज़िबल एम्प्लई कौन है
28:56
जो दिखता नहीं है अगेन वही आंसर है मेरे पास शिव जी जो आप कभी भी बोलो वो रेडी
29:02
रहता है। जब बोलता है प्लीज सेंड अर्जेंट कोटेशन तो फिर क्या करते हो आप? अगर रात को बाहर बोलता है कि नहीं अर्जेंट कोटेशन
29:08
भेजो। मैं शिव जी से 5 मिनट में कोटेशन भेजता हूं। पर वो फिर वो 7 दिन तक रिप्लाई नहीं करता है। और एक्सपोर्ट का सबसे
29:15
बोरिंग काम कौन सा है जो आपको हैप्पीली किसी को देना है तो दे दोगे। डॉक्यूमेंटेशन। वन थिंग जो आप डेली करते
29:22
हो और फिर दिल से नहीं करना। नहीं करना चाहते। डॉक्यूमेंटेशन और कौन सा ऐसा काम है जो ऑटोमेशन हो जाए
29:28
तो ज्यादा बेटर है। वही सेम आंसर है मेरा डॉक्यूमेंटेशन जो भी ऑटोमेशन पे ही है। और अभी जो लोग एक्सेल से जुड़े हुए और एक्सेल
29:36
से प्यार करते हैं उनसे आप क्या कहना चाहोगे? एक्सेल से प्यार करना छोड़ दो। वो बहुत पुराना हो गया है। अभी बुड्ढा हो गया
29:41
है। उससे प्यार करने का कोई मतलब नहीं है। सो गो विथ टेक्नोलॉजी एंड गो विथ शिप्सी।
29:47
अगर आपको डॉक्यूमेंटेशन में हेडेक नहीं चाहिए। सो यू मस्ट गो विथ शिप्सी। पिज़्ज़ा
29:52
और पानी पूरी रोटी सब्जी। ओके राहुल भाई धन्यवाद आपका बहुत-बहुत आने
29:58
के लिए और टाइम देने के लिए। आपका जो जर्नी है एक्सपोर्ट का वो बहुत ही बेटर है
30:03
क्योंकि जीरो से स्टार्ट करना फिर आर सीआरआर तो ये कोई स्मॉल फीट नहीं है। अगर
30:10
आप मार्केट में देखो जो बीस्ट बीस्ट करते हैं जो कुछ है लोग उसका आप अगर प्रॉफिट
30:16
देखो टैंक में जाते हैं और फिर बोलते हैं कि यार मेरा लाख लाख का प्रॉफिट है और
30:21
आपने जो एक टीचिंग फैमिली से स्टार्ट करके जो जहां पे पहुंचाई है चीजें वो कोई छोटी
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चीज नहीं है और मतलब सीआर तो आप आई थिंक इंडिया में टॉप 0.01% में आते होंगे। सो
30:34
उसके लिए बहुत ही धन्यवाद और आपने आई थिंक इंस्पायर किया है यंग जनरेशन को कि देखो
30:41
कोई भी फैमिली से आप आ रहे हो जीरो से आ रहे हो आप कर सकते हो आपके पास डोमेन का
30:47
नॉलेज होना चाहिए और जिद होनी चाहिए कि मुझे करना है थोड़ा सा प्लानिंग होना चाहिए और टाइम देना पड़ेगा टाइम देना
30:54
पड़ेगा एवरीथिंग नीड्स टाइम अगर टाइम दोगे तो ही होगा आज रात के रात कुछ नहीं हो
30:59
सकता कि भ आज मैंने स्टार्ट किया कल मेरे पास ऑर्डर आ जाएगा परसों मैं शिपमेंट कर दूंगा नेवर नेवर एवर। सो दोस्तों राहुल
Learnings from Rahulbhai Varia
31:06
भाई वरिया से आज हमने सीखा कि कैसे एक्सपोर्ट स्टार्ट किया जा सकता है। कैसे एक्सपोर्ट स्केल किया जा सकता है और
31:14
केमिकल एक्सपोर्ट में क्या इंपॉर्टेंट है जो पैेट साइज बोला उन्होंने जो एक सऊदी की
31:19
अलग मेथड है। तो हर एक कंट्री की अलग मेथड है वो कैसे उसको कंप्लायंस में यूज़ किया जाए और कौन सी चीज़ है जो हमें ध्यान रखनी
31:26
है। ये सब आता है एक्सपीरियंस है। उन्होंने जो अपने 810 साल का जो वर्किंग एक्सपीरियंस था उसके बाद अपना बिजनेस
31:34
स्टार्ट किया और फिर स्केल किया। सो वैसा कोई जल्दी नहीं था कि कॉलेज पास आउट के
31:39
बाद ही करना है। उन्होंने अपना टाइम लिया। हर एक बंदा अपना अलग-अलग मेथड से काम करता
31:45
है। आज आपने सीखा राहुल भाई ने कैसे स्केल किया सब। नेक्स्ट आप कौन सी इंडस्ट्री का
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नॉलेज चाहते हो? आपको आपकी प्रोडक्ट क्या है? आपके क्या क्वेश्चन है? हमें कमेंट में डालिए। हम लोग ट्राई करेंगे और अगर
31:58
आपको राहुल भाई का पडकास्ट अच्छा लगा हो तो कमेंट में बताइए। हम फिर से राहुल भाई को लेके आएंगे। अगर केमिकल में कोई आपका
Outro
32:05
स्पेशल क्वेश्चन है, कोई पर्टिकुलर प्रोडक्ट का आपका क्वेश्चन है तो हमें बताइए। अगर आपको पैेट वाली चीजें समझ में
32:11
नहीं आती या फिर जो अपना कॉलेज करना चाहिए नहीं करना चाहिए। फाइनेंस में कुछ
32:17
क्वेश्चन है कि मेरे पास कितने पैसे होने चाहिए। अगर एक्सपोर्ट स्टार्ट करना है तो जो भी क्वेश्चन है कंप्लायंस के है
32:23
कंट्रीज के है ट्रैवल करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए एक्सो में जाना चाहिए कि क्या करना चाहिए जितने भी क्वेश्चन है आप कमेंट
32:30
में डालिए आइदर हम राहुल भाई से पूछेंगे उनसे ऑनलाइन ईमेल में WhatsApp में पूछ के आपको बताएंगे सो धन्यवाद सी यूज़ करते रहिए
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थैंक यू मुकेश भाई थैंक यू सो मच